गुरुकुल में अंतराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया।इस अवसर पर गुरुकुल के निदेशक गजेंद्र नाथ चौहान ने कहा कि विभिन्न यौगिक क्रियाओं से गुजरते हुए हम अपने अन्दर योग को सही रूप में स्थापित कर लें. योग तभी स्थापित होगा जब योग आम आदमी के जीवन और आचरण का अंग बन जाए. योग हमारी प्राचीन काल की विश्वविख्यात विधा है.पाश्चात्य संस्कृति युवाओं को अपने आगोश में लेने लगा है. ऐसे में योग-प्राणायाम ही ऐसी विधा है, जिससे लोग शारीरिक-मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकते हैं. आज पूरे विश्व को योग की शरण में लाने का बहुत हद तक योगदान भारत को जाता है. भारत का लोहा आज हर कोई मानने लगा है. लोगों को योग के प्रति जागरूक करने के लिए पूरे विश्व में 21 जून को इंटरनेशनल योग दिवस मनाया जाता है.आजकल की भाग-दौड़ वाली जिंदगी में खुद को स्वस्थ और तनाव से मुक्त रहने के लिए योगा करते हैं. योग करने से आप खुद को कई तरह की बीमारियों से बचा सकते हैं. स्वस्थ जीवन जीने के लिए अच्छे खान-पान के साथ योग करना बहुत जरूरी है.
