रक्षाबंधन का त्यौहार सिर्फ भाई बहन की रक्षा और उनके अटूट संबंध का नहीं होता बल्कि इस दिन पूरी पृथ्वी पर हमारे और आपकी जिंदगी को जीवन देने वाले जितने भी तत्व है उन सभी की सुरक्षा का संकल्प हम सबको लेना चाहिए. इसी को चरितार्थ करते हुए गुरुकुल के विद्यार्थियों ने पर्यावरण सुरक्षा को लेकर पेड़ों को राखी बांधी और उनके संरक्षण की शपथ ली. उनकी यह मुहिम भले ही छोटी हो लेकिन इसके पीछे संदेश बड़ा है.
रक्षा बंधन पर विद्यार्थियों ने पेड़ों को राखी बांधी. साथ ही इस बात का संकल्प लिया कि पेड़ों को बचाने के लिए हमें उनसे अपने सगे भाइयों जैसा बर्ताव करना चाहिए और उनसे मोहब्बत भी वैसे ही करनी चाहिए जैसे हम अपने भाइयों से करते हैं. यही पेड़ ही तो हैं जो जीने के लिए ऑक्सीजन देते हैं. जिसकी कमी कोविड की समय खूब खली. गुरुकुल के निदेशक गजेंद्र नाथ चौहान ने कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए हम लोगों ने यह शपथ ली है कि हम लोग पेड़ लगाएंगे और पेड़ों को कटने से बचाएंगे. हमारी सारे ग्रुप मेंबर्स ने मिलकर यह राखियां बनाई हैं तथा पेड़ को राखी बांधी हैं. उन्होंने कहा कि पेड़ हैं तो ऑक्सीजन है… ऑक्सीजन है तो हम हैं, वरना कुछ भी नहीं. कोरोना में ऑक्सीजन की बहुत कमी हुई इसलिए आज हम हम लोग राखी बांधकर पेड़ को बचाने की शपथ लेते हैं. पेड़ पर्यावरण का संतुलन बनाए रखते हैं.कार्यक्रम में पंकज आदित्य,रोहित महतो,नितेश महतो,निर्मल महतो, विकास महतो,आकाश महतो, ऊषा महतो,सुषमा महतो,सुधा महतो, अनिमा महतो,रोहित पाल,विश्वजीत उपस्थित रहे।
